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Farming ideas: गेहूं की कटाई के बाद खेत में, इन फसलों की करें खेती, कम लागत में मिलेगा मोटा मुनाफा, बन जाएंगे मालामाल

Farming tips: फसलों के बारे में अगर हमें सही से समझ हो  तो, हो सकता है मोटा मुनाफा, आज हम आपको गेहूं के बाद बोई  जाने वाली एक ऐसी फसल बताएंगे जो आपको देगी मोटा मुनाफा, कम लागत में।

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Farming ideas: गेहूं की कटाई के बाद खेत में, इन फसलों की करें खेती, कम लागत में मिलेगा मोटा मुनाफा, बन जाएंगे मालामाल

hrnewshub digitaldesk: भारत जैसे बड़े देश में 70% से अधिक लोग खेती करते हैं या हम कह सकते हैं की खेती पर निर्भर रहते हैं, और इन किसानों में से बहुत से किसान ऐसे हैं जो (traditional farming) पारंपरिक खेती करके कम मुनाफा कमाते हैं, किसान चाहता है कि कम खर्चे में कोई अच्छी फसल बोई जाए जिससे अधिक मुनाफा हो, अप्रैल के इस महीने में गेहूं की कटाई खत्म हो जाएगी और खेत खाली हो जाएंगे ऐसे में हम आपको गेहूं के बाद बोई जाने वाली फसल बताएंगे, यह फसल कम बजट में अधिक मुनाफा देगी आईए जानते हैं नीचे खबर में.....

Farming: इन दिनों (Mustard and wheat harvesting) सरसों और गेहूं की कटाई के बाद किसानों के खेत खाली हो रहे हैं. अगली फसल (Transplantation of paddy) धान की रोपाई के लिए अभी करीब 80 से 90 दिन का वक्त मिल रहा है. ऐसे में किसान कुछ (pulse crops) दलहनी फसलें लेकर अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं. खास बात यह है कि दलहन की फसलों में लागत कम आती है, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिल सकता है, आईए जाने उन फसलों के बारे में...


 

तरबूज की खेती (farming of watermelon): तरबूज की खेती भी नकदी फसलों में से एक है, किसान इसकी खेती करके अधिक मुनाफा कमा सकते हैं और इस खेती को तैयार करने में टाइम भी कम लगता है व गर्मियों के दिनों में (demand for watermelon) तरबूज की डिमांड भी अच्छी रहती है जिससे किसानों को कम बजट में अधिक मुनाफा होगा।

 


मूंग की खेती (Moong cultivation): अगर किसान साल में तीन फैसले लेना चाहते हैं तो मूंग की खेती भी कर सकता है यह फसल 60 से 70 दिनों में तैयार हो जाती है, इस खेती का पूरी साल भाव अच्छा रहता है जिससे किसान को भी अधिक मुनाफा होगा।

 

बुवाई के दौरान (during sowing) रखे इन विशेष बातों का ध्यान: खेत को (disc harrow) डिस्क हैरो से अच्छी तरह से जोत कर तैयार कर लें,जुताई के वक्त 100 किलो (single super phosphate) सिंगल सुपर फॉस्फेट (SSP)  और 40 किलो (potassium chloride) पोटैशियम क्लोराइड प्रति हेक्टेयर के हिसाब से खेत में मिला दें,1 किलो बीज शोध करने के लिए 2.5 ग्राम (carbendazim) कारबेंडाजिम का इस्तेमाल करें, बीज का शोधन करने से फसल में रोग नहीं लगेंगे और अच्छी गुणवत्ता की उपज तैयार होगी. ध्यान रखें कि एक एकड़ में 10 से 12 किलो बीज का इस्तेमाल करें।