success story: अमेरिका में नौकरी छोड़कर भारत में खड़ी की 2400 करोड़ की कंपनी
success story: यह सफलता की कहानी एक ऐसे शख्स की है जो अमेरिका (America) में एक अच्छी खासी नौकरी करता था और उसने वह नौकरी छोड़कर भारत में आकर खुद का बिजनेस स्टार्ट (start own business) किया और उसे कंपनी की नेटवर्थ (net worth) 2400 करोड़ की आईए जानते है उसे शख्स के बारे में....
hrnewshub digitaldesk: आज के समय में अक्सर हम देखते हैं कि अधिकतर लोगों का यह सपना होता है कि वह पढ़ लिखकर उन्हें कोई अच्छी नौकरी मिल जाए और अगर नौकरी अमेरिका जैसे किसी देश में मिल जाए तो सोने पर सुहागा हो जाता है। इसी के साथ हम आपको एक ऐसे शख्स की कहानी बताने जा रही है जिसने अमेरिका में अच्छी खासी मोटी सैलरी मिलने वाली नौकरी को छोड़कर भारत में खुद का स्टार्टअप (startup) किया और उसे कंपनी को 2400 करोड़ की कंपनी बनाया।
2400 करोड़ की कंपनी
अलबिंदर ढींढसा (Albinder Dhindsa) ही वह व्यक्ति है जिसने अमेरिका में नौकरी छोड़कर भारत में आकर होम डिलीवरी का काम शुरू किया और एक ऑनलाइन कंपनी (online company) ग्रोफर्स डॉट कॉम (grofers.com) का निर्माण किया। यह कंपनी लोगों को घर बैठे ही ग्रोसरी का सामान, फ्रुट और सब्जियां, मीट, बेबी केयर, बेकरी सामान आदि उपलब्ध कराती है।
इंजीनियरिंग
अलबिंदर ढींडसा ने IIT दिल्ली से इंजीनियरिंग की है हालांकि वह प्ले बड़े पटियाला में है। इंजीनियरिंग के बाद अलबिंदर ने अपने करियर (career) की शुरुआत की और अमेरिका में एक कंपनी के साथ काम करने लगे इसके बाद उन्होंने वह नौकरी छोड़कर भारत में आकर अपना खुद का बिजनेस स्टार्ट किया और सफलता की एक नई सीडी चढ़े।
कैसे किया बिजनेस
अमेरिका से आने के बाद अलबिंदर ने जोमैटो (Zomato) के साथ काम किया, इसके बाद उनके मन में खुद का बिजनेस स्टार्ट करने की जिज्ञासा हुई और उन्होंने देखा कि होम डिलीवरी में भारत में काफी स्कोप है और इसके बाद उन्होंने अपने एक दोस्त सौरभ कुमार के साथ मिलकर इससे जुड़ी जानकारी जुटाई और खुद की कंपनी वन नंबर (one number) स्टार्ट की जिसका बाद में नाम बदलकर ग्रोफर्स रख दिया। ग्रोफर्स ऑनलाइन वेबसाइट या अप (online website and app) के जरिए लोगों को उनका सामान कुछ ही घंटे में डिलीवर (home delivery) कर देती थी जो कि लोगों को बहुत पसंद आया और देखते ही देखते बड़े-बड़े शहरों में जैसे दिल्ली, कोलकाता, मुंबई आदि में उनके हजारों कस्टमर (thousands of customers) हो गए , इसके बाद ग्रोफर्स का नाम ब्लिंकिट (blinkit) रख दिया गया।