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Chaitra Navratri 2024 Day 5: पांचवें नवरात्रि के दिन मां स्कन्दमाता की उपासना की जाती है,जानें पूजन विधि ,आरती और मंत्र से लेकर सबकुछ

Chaitra Navratri 2024: पांचवें नवरात्रि के दिन मां स्कन्दमाता की पूजा से जीवन की सभी इच्छाएं पूरी हो जाती है, पहाड़ों पर रहने वाली मैया स्कंदमाता का सुमिरन करने से भगवान कार्तिकेय का भी आशीर्वाद मिलता है और माता रानी की कृपा से सूनी गोद भर जाती है।
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Chaitra Navratri 2024 Day 5: पांचवें नवरात्रि के दिन मां स्कन्दमाता की उपासना की जाती है,जानें पूजन विधि ,आरती और मंत्र से लेकर सबकुछ

hrnewshub digitaldesk: महादेवी की पूजा करने से मां देवी प्रश्न होती है और भक्तों की सारी इच्छाएं पूरी करती है, इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 09 अप्रैल 2024 से हो चुकी है, इस दौरान मां देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के पांचवे दिन (worship of skandamata) स्कंदमाता की पूजा की जाती है, आइए जानते है कि नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा कैसे करनी है।


मां स्कंदमाता की पूजा विधि:
 मां स्कंदमाता की पूजा करते समय पीले वस्त्र धारण करने चाहिए व 108 बार “नन्दगोपगृहे जाता यशोदागर्भ सम्भवा. ततस्तौ नाशयिष्यामि विन्ध्याचलनिवासिनी" मंत्र का जाप करें ,स्कंद माता की पूजा से संतान की प्राप्ति सरलता से हो सकती है।


 मां स्कंदमाता की आरती(Aarti of Maa Skandamata:):

जय तेरी हो स्कंद माता।
पांचवां नाम तुम्हारा आता॥

सबके मन की जानन हारी।
जग जननी सबकी महतारी॥

तेरी जोत जलाता रहू मैं।
हरदम तुझे ध्याता रहू मै॥

कई नामों से तुझे पुकारा।
मुझे एक है तेरा सहारा॥

कही पहाडो पर है डेरा।
कई शहरों में तेरा बसेरा॥

हर मंदिर में तेरे नजारे।
गुण गाए तेरे भक्त प्यारे॥

भक्ति अपनी मुझे दिला दो।
शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो॥

इंद्र आदि देवता मिल सारे।
करे पुकार तुम्हारे द्वारे॥

दुष्ट दैत्य जब चढ़ कर आए।
तू ही खंडा हाथ उठाए॥

दासों को सदा बचाने आयी।
भक्त की आस पुजाने आयी॥

 मां स्कंदमाता का मंत्र(Mantra of Maa Skandamata):

1.सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥

2.या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कन्दमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।