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RCTC Rules : इस ट्रेन में कर रहे है लोग मुफ्त में यात्रा, नहीं लेनी पड़ती टिकट ​​​​​​​

IRCTC Latest Updates : आज तकरीबन हर आम आदमी (middle class man) एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए लगभग ट्रेन का ही सहारा लेता है क्योंकि यह उसे आरामदायक वह किफायती (Comfortable and economical) रहता है। रेल के जरिए ही आज हम एक स्थान से दूसरे स्थान पर कम समय में वह कम खर्चे में पहुंच सकते हैं , लेकिन क्या आप जानते हैं एक रेल ऐसी भी है जिसके लिए आपको किसी भी प्रकार की टिकट नहीं लेनी पड़ती आईए जानते हैं इसके बारे में...
 
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RCTC Rules : इस ट्रेन में कर रहे है लोग मुफ्त में यात्रा, नहीं लेनी पड़ती टिकट

hrnewshub, digital desk : आज भारतीय रेलवे (Indian railway) दुनिया में चौथे नंबर पर आने वाला सबसे बड़ा नेटवर्क है जिसकी कुल लंबाई तकरीबन 115000 किलोमीटर है। भारतीय रेलवे 168 साल पहले अंग्रेजों द्वारा चलाई गई थी व आज यह लगभग 2 करोड़ 31 लाख लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचातीं है। आज हम ट्रेन से कहीं भी सफर करते हैं तो उसके लिए हमें टिकट लेनी पड़ती है लेकिन भारत में एक ऐसी ट्रेन है जिसमें पिछले 74 सालों से लोग रोज फ्री में यात्रा कर रहे हैं। आई इस ट्रेन के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं।


कहां चलती है यह ट्रेन


भाखड़ा नंगल ट्रेन इसी ट्रेन में लोग पिछले 74 सालों से बिल्कुल फ्री में यात्रा कर रहे जो कि पंजाब  (Punjab) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की बॉर्डर पर चलती है। जब भाखड़ा नंगल डैम (bhakra Nangal dam) का निर्माण हो रहा था तब 1948 में इस ट्रेन को शुरू किया गया था। उसे समय भाखड़ा और नांगल आने-जाने के लिए परिवहन का कोई साधन उपलब्ध नहीं था इसलिए यह रेलवे ट्रैक बनाया गया था आज हजारों लोग इस ट्रेन से फ्री में सफर (free train travel) करते हैं और भाखड़ा नांगल डैम को देखने के लिए जाते हैं और साथ यहां राजेश खन्ना की मशहूर फिल्म ' चलता पुर्जा ' की भी शूटिंग की गई थी।


ट्रेन का इंजन (train engine)


भाखड़ा नंगल ट्रेन (Bhakra Nangal Train) सन 1948 में शुरू हुई थी शुरुआत में यह ट्रेन स्टीम के इंजन पर चलती थी । उसके 5 साल बाद सन 1953 में इसके लिएअमेरिका से तीन डीजल इंजन लाए गए और उसके बाद यह ट्रेन डीजल इंजन पर चलने लगी।


ट्रेन के कोच एवं यात्री (Train coaches and passengers)


भाखड़ा से नंगल चलने वाली है भाखड़ा नंगल ट्रेन 1953 में लगी डीजल इंजन (diesel engine) जो कि अब तकरीबन 70 साल पुराना है इस के साथ चल रही है , जो करीब 20 लीटर डीजल प्रति घंटा की खपत देता है। यह ट्रेन 6 स्टेशनों व तीन टनलो से गुजरती हुई 13 किलोमीटर की दूरी तय करती है।  इस ट्रेन में लगभग 800 यात्री रोज फ्री में यात्रा करते हैं। 
ट्रेन के सभी कोच लकड़ी से बने हुए हैं तथा इसमें आपको गदे वाली सिटे नहीं मिलती , पहले इस ट्रेन में 10 कोच (train coaches) होते थे लेकिन अब इसमें सिर्फ तीन ही बोगियां है।